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Mile Kaam Rati Kalee Bhaunr Aadam Hawwaa Rah Tarase
मिले काम रति कली भौंर आदम हव्वा रह तरसे
संभला बदन न टकरा भिड घनघोर कड़क धर बरसे
टूटा कामवज्र भन्ना फाड़े रतिमुख धंस आया
संकरी गली जबर मोटा राही अटका फंस आया
निकली चीख मिटी उह उह मैं आह किया क्या जाए
ठेला जान निकाले भारी यह न समाया आये
टूटा मूसल पटक ओखली कस धर कूटा आया
बोला प्यारी कह अब कैसा लगा तुझे री आया
फाड़ फाड़ ठेला रतिमुख धंस कामदंड रह पेले
धुनी गपक चुहकी आई रति मगन काम से खेले
चला हथौड़े सा पटका रति मुख फाड़े रह लेती
पोर पोर बिखरी लुट तलमल पिया काम सुख देती
उबल उबलती पिघली छल छल छल्ल उफन बह आई
रमी राग रति श्यामा सांवरि फुरक लुटी पगलाई
चला दौर पर दौर रमण का सांस चढी चल हांफी
दंड मगन भेदन रम धुनकी फांक फुरकती कांपी
बोली छोडो आज न अमृतकुंड खुला रह कूदो
अंग झटक कस रगड़ समाए डूब नहा रस लूटो
कसर न बाकी रहे आज इक दूजे संग नहाएं
धर धर बाँध डुबक मिट भीगे दोनों संग समाएं
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